
सलमान खान।
सलमान खान (सलमान खान) का जैसा व्यक्तित्व है, वैसा ही कभी उनके दादाजी अब्दुल रशीद खान (अब्दुल राशिद खान) का हुआ करता था। सलमान के दादाजी कभी अपनी रिवॉल्वर अपने पास नहीं रखते थे और न ही कभी उन्होंने अपने घर पर ताला लगाया।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:27 दिसंबर, 2020, 6:39 पूर्वाह्न IST
भाईजान इंदौर के रहने वाले हैं और उनके दादा अब्दुल रशीद खान (अब्दुल राशिद खान) अफगानिस्तान से इंदौर आए थे। वे होल्कर स्टेट के समय महेश्वर में 12 साल तक आईजी के पद पर तैनात रहे। आप जानना चाहते हैं कि सलमान में दबंगई कहां से आई है तो हम आपको बताने जा रहे हैं। जिस तरह का व्यक्तित्व सलमान खान का है, वैसा ही कभी उनके दादाजी का था।
पुस्तक में जासिम खान ने उस समय का जिक्र किया, जब इंदौर राज्य था। 1915 में सलमान खान के दादा अब्दुल राशिद खान ने पुलिस सेवा ऑफ होलकर जोनइन की थी। उन्हें सीधे डीएसपी की पोस्ट दी गई। वे डीआईजी की पोस्ट से रिटायर हुए थे। यह उस वक्त आईजी के बाद पुलिस डिपार्टमेंट की यह दूसरी बड़ी पोस्ट हुई थी।
किताब के अनुसार, राशिद खान कभी अपनी वर्दी नहीं पहनते थे। वे अक्सर खुले जीप में घूमते थे। किताब में बताया गया है कि सलमान के दादाजी कभी अपनी रिवॉल्वर तक अपने पास नहीं रखते थे। साथ ही साथ उन्होंने अपने घर पर कभी भी पैच नहीं लगाया था।किताब से समझा जा सकता है कि सलमान के दादाजी न केवल दबंग बल्कि फिल्मी अफसर जैसे रहे होंगे, क्योंकि उनके अंडर काम करने वाले ऑफिसर उन्हें सर की बजाय मिया कह कर बुलाया थे। । गौरतलब है कि सलमान खान जब भी पुलिसिया किरदार खेलते हैं तो उनके दमदार एक्टिंग देखते ही बनती है।