
ग्रेटा थनबर्ग अब सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं।
ग्रेटा थनबर्ग (ग्रेटा थुनबर्ग) ने ट्वीट कर एक Google डॉक्युमेंट फाइल शेयर की थी, जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का शेड्यूल शेयर किया गया था। हालांकि बाद में वह हत्थ कर दिया गया, जिसे कंगना रनौत (कंगना रनौत) ने चुटकी ली।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:4 फरवरी, 2021, 7:41 AM IST
ग्रेटा थानबर्ग (ग्रेटा थुनबर्ग) बुधवार (3 फरवरी) को सोशल मीडिया (सोशल मीडिया) पर चर्चा का विषय बना रहा। दिन भर भारत में सैटेलाइट ट्रेंड होने के बाद वह अब ट्रोल हो रहे हैं। दरअसल, ग्रेटा थनबर्ग ने एक गूगल डॉक्युमेंट फाइल शेयर की थी, जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का शेड्यूल शेयर किया गया था।

ग्रेटा थनबर्ग ने यह ट्वीट नहीं किया है।
यही नहीं इस फाइल को शेयर करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने तुल्कित शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके कारण वह स्कैनर पर आ गए हैं। उन्होंने एक डॉक्यूमेंट साझा किया था, जिसमें भारत सरकार पर आंतरिक आधार बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी। ग्रेटा थनबर्ग का ट्वीट जब हसट हुआ तो बॉलीवुड की पंगा क्वीन ने उन्हें आड़े हाथों लिया।

कंगना ने ये किया ट्वीट।
ट्वीट कर कंगना ने तंज कसा और कहा- ‘इस बुद्धिहीन बच्ची ने लेफ्ट के लोगों को दिक्कत में डालते हुए सबसे बड़ी गलती कर दी … चरणबद्ध तरीके से भारत को अस्थिर करने के वैश्विक योजना का सीक्रेट डॉक्यूमेंट अटैम्प कर दिया .. सब पप्पू एक ही टीम में हैं। हाहाहा … जोकरों का पूरा झुंड है। ‘
ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट में भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को फासीवादी पार्टी तक करार दिया था। उनके ट्वीट की इस भाषा को लेकर सवाल उठाया जा रहा है कि क्या वह भी प्रॉपेगेंडा का हिस्सा हैं।
ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्वीट में जो फाइल शेयर की थी, उसमें 5 मुख्य बातें लिखी गई थीं, ऑन ग्राउंड प्रोटेस्ट में प्रवेश करने की तैयारी कर रही थीं। किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शन करने वाली तस्वीरें ई मेल करें। ये तस्वीरें 25 जनवरी तक हैं। इसके अलावा डिजिटल स्ट्राइक #AskIndiaWhy के साथ फोटो / वीडियो मैसेज 26 जनवरी से पहले या 26 जनवरी तक ट्विटर पर पोस्ट कर दिया जाता है।
इसके साथ ही 4-5 फरवरी को वेब पर तूफान लाने की प्लानिंग, यानि किसान आंदोलन से जुड़ी चीजें, हैशटैग और तस्वीरों को ट्रेंड कराने की योजना बनाई गई है। इसके लिए फ़ोटो, वीडियो मैसेज 5 फरवरी तक भेज दें। अंतिम दिन 6 फरवरी का होगा। एक अन्य तरीका बताते हुए लिखा गया कि स्थानीय प्रतिनिधियों से संपर्क करें। इससे भारत सरकार पर आंतरिक दबाव बनेगा। इस मामले का सामने आने के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भी कहा गया कि विदेशी हस्तियों ने हैशटैग कैंपेन में तीन लेन-देन किए हैं।