
मंज़रे हुए निर्देशकों में से एक कार्तिक सुब्बराज हैं
दक्षिण के मंझे हुए निर्देशकों में से एक कार्तिक सुब्बाराज (कार्तिक सुब्बराज) आज अपना 38 वां जन्मदिन मना रहे हैं। कार्तिक ने करियर की शुरुआत शॉर्ट फिल्म ‘कटची पिज़ाई’ (काच्चि पिझाई) से की, जिसे कई प्रतिष्ठित मिले। बाद में फिल्म ‘पिज्जा’ (पिज्जा) के साथ बड़े पर्दे पर दमदार शुरुआत की। छोटे एक्टर से लेकर रजनीकांत जैसे दिग्गज एक्टर को निर्देशित कर चुके कार्तिक के फिल्मी सफर पर लगाते हुए एक दृष्टिकोण है।
कार्तिक सुब्बाराज का एक इंजीनियर से लेकर निर्देशक तक का सफर
मदुरई (मदुरै) में जेंमेंट कार्तिक सुब्बाराज एक्टर गजराज (गजराज) के बेटे हैं, जो तमिल फिल्मों में सहायक रोल किया करते थे। कार्तिक ने मदुरई के एक कॉलेज से कंप्यूटर की। कॉलेज के समय से ही वो कला में रुची रखते थे। वे अक्सर स्टेज शो करते रहते थे और वहीं से अपने निर्देशन के हुनर को तराशा।

बड़े पर्दे पर जगह नहीं मिलने पर निर्देशक कार्तिक सुब्बाराज ने शॉर्ट फिल्म से गाड़े थे अपने हुनर के झंडे
ऐसे में उन्होंने फिल्मों को छोड़कर बतौर डायरेक्टर करियर बनाने की ठानी, लेकिन इंडस्ट्री में मौका मिलना आसान नहीं था। ऐसे में कार्तिक ने एक लघु फिल्म ‘कटची पिज़ाई’ (कैची पिज़ाई) बनाई, जिसे काफी सराहा गया और कई पुरस्कार भी मिले। इस लघु फिल्म ने उनके लिए उद्योग के दरवाजे खोल दिए। कार्तिक ने 2012 में फिल्म ‘पिज्जा’ (पिज्जा) के साथ अपनी शानदार शुरुआत की। कार्तिक सुब्बाराज पहली फिल्म ‘जिगरथंडा’ (जिगर्थंडा) के साथ अपने करियर की शुरुआत करना चाहते थे लेकिन बड़े बजट के चलते वो योजना उस वक्त पटल पर नहीं आ पाई। इसके बाद उन्होंने विजय सेतुति और राम्या नाम्बिसन अभिनीत मिस्त्री थ्रिलर ‘पिज्जा’ बनाई। कार्तिक ने अपनी पहली फिल्म से ही सफलता का स्वाद चख लिया था, जो आज तक जारी है।
‘पिज्जा’ की सफलता के ठीक बाद कार्तिक ने ‘जिगरठंडा’ पर काम शुरू किया और 2014 में इसे रिलीज किया। फिल्म को एक्शन थ्रिलर के साथ कॉमेडी का तकड़ा भी दिया गया था, जिसमें सिद्धार्थ, बॉबी सिम्हा और लक्ष्मी मेनन को कास्ट किया गया था। शंकर और मनीरत्नम जैसे दिग्गज निर्देशकों से भी कार्तिक प्रशंसा हासिल कर चुके हैं।
सभी जानते हैं कि कार्तिक रजनीकांत के बिग फैन हैं। उन्हें फिल्म ‘पेट्टा’ में रजनीकांत (रजनीकांत) को निर्देशन का मौका मिला, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। कार्तिक सुब्बाराज ने रजनीकांत को स्क्रीन पर उस तरह से दिखाया जैसे कि उन्हें उन्हें पसंद करना है। ‘पेट्टा’ की ब्लॉकबस्टर सफलता ने कार्तिक सुब्बाराज को तमिल सिनेमा में एक सशक्त निर्देशक की जगह दिलवाई, जहां से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने सुपरहिट फिल्में देने का रिकॉर्ड बरकरार रखा है। उनकी लगभग हर फिल्म माइलस्टोन साबित हुई हैं। उद्योग के इस पुरस्कार में निदेशक को जन्मदिन की बधाई दी गई।